डॉक्टर और उसके 2 साथियों ने की रेप की कोशिश, नर्स ने काट दिया प्राइवेट पार्ट; खेत में छिपकर बचाई जान
समस्तीपुर: जिले में डॉक्टर ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर नर्स के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। यहां एक निजी अस्पताल में दो सहयोगियों के साथ मिलकर दुष्कर्म की कोशिश करने पर नर्स ने एक डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट पर ब्लेड से वार कर दिया। इस हमले से डॉक्टर घायल हो गया। मामला मुसरीघरारी इलाके के एक निजी अस्पताल का है। वहीं पुलिस ने घटना के तुरंत बाद घायल डॉक्टर और उसके दो सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके अनुसार गिरफ्तार आरोपियों में संजय कुमार (डॉक्टर) और उसके दो सहयोगी सुनील कुमार गुप्ता और अवधेश कुमार शामिल हैं।
डॉक्टर ने साथियों के साथ मिलकर किया रेप का प्रयास
वहीं समस्तीपुर (सदर) एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय ने कहा, ‘‘पीड़िता द्वारा दिए गए बयान के अनुसार, डॉक्टर और उसके दो सहयोगियों ने बीती रात मुसरीघरारी क्षेत्र स्थित अपने निजी अस्पताल के अंदर शराब पी और उसके साथ बलात्कार करने का प्रयास किया। पीड़िता ने आत्मरक्षा में डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट पर ब्लेड से वार किया और फरार हो गई। इसके बाद, उसने अस्पताल के बाहर से घटना की जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर 112 डायल किया।’’ उन्होंने बताया कि पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची और पीड़िता को बचाया एवं उसे थाने ले आई। पांडेय ने बताया कि डॉक्टर और उसके दो सहयोगियों को पकड़ लिया गया तथा डॉक्टर का इलाज किया जा रहा है।
घटना से पहले बंद कर दिया सीसीटीवी कैमरा
एसडीपीओ ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि डॉक्टर और उसके सहयोगियों ने पीडिता के साथ अप्रिय घटना से पहले सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए थे लेकिन पीड़िता किसी तरह से वहां से भागने में कामयाब रही। उन्होंने कहा कि पीड़िता का जख्मी चिकित्सक के दोनों सहयोगियों द्वारा हालांकि पीछा भी किया गया लेकिन वह पास के खेत में छिप गयी थी।
डॉक्टर और उसके 2 साथियों ने की रेप की कोशिश, नर्स ने काट दिया प्राइवेट पार्ट; खेत में छिपकर बचाई जान
पुलिस ने तीनों के खिलाफ दर्ज किया केस
एसडीपीओ ने कहा कि पीडिता के बयान के आधार पर तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने घटनास्थल से वह ब्लेड भी बरामद किया जिसका इस्तेमाल पीड़िता ने आत्मरक्षा में किया था और शराब की एक बोतल भी बरामद की। उन्होंने कहा कि आरोपी के खिलाफ मद्य निषेध कानूनों के प्रावधानों के तहत एक अलग मामला भी दर्ज किया जा रहा है। बता दें कि बिहार में अप्रैल 2016 से शराब की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध है।